मोती की खेती कैसे शुरू करे और पैसे कैसे कमाए (Pearl Farming Business Ideas In Hindi)

Pearl Farming Business Idea: मोती मांग भारत में ही नही विदेशों में भी बढ़ती जा रही है। मोती की बढ़ती डिमांड देख कही किसान मोती की खेती की और बढ़ते जा रहे है। पर मोती की खेती कैसे शुरू करे और पैसे कैसे कमाए इसके बारेमे ज्यादा जानकारी न होने के कारण अच्छेसे खेती नहीं कर पाते है। इसीलिए मोती की खेती कैसे कैसे शुरू करे, खेती के लिए जमीन कितनी लगेगी, मोती कैसे बनते है, तालाब कितना बड़ा होना चाहिए इन सभी के बारेमे जानकारी देंगे ताकि आप भी Pearl Farming Business Idea In Hindi शुरू कर सके।

मोती की खेती कैसे शुरू करे और पैसे कैसे कमाए | Pearl Farming Business Ideas In Hindi

मोती की खेती की जानकारी (What Is Pearl Farming Business)

मोती समुंदर में पाया जाता है। समुंदर में जो शिप होते है उनके अंदर मोती बनता है। पर आजकल लोग मोती की खेती अपने घरमे, तालाब में भी करने लगे है। खेती करने के लिए शिप खरीदकर लाते है और उससे मोती को बनाते है। मोती की खेती भारत में सबसे ज्यादा की जाती है। मोती का इस्तेमाल गहनों में किया जाता है। कुछ सजाने के लिए भी मोती का इस्तेमाल किया जाता है। इस खेती की डिमांड भारत में बहुत है साथमे विदेशों में भी ज्यादा है।


मोती की खेती करने के लिए इन चीजों की होती है जरूरत (Raw Materials)

  • मोती की खेती गांव में तालाब में शुरू करने के लिए मीठा पानी की अवश्यकता होगी। जिसमे टीडीएस 300 से 1000 तक होना चाहिए जिसका PH लेवल 7 होना चाहिए
  • सोनेरी रंग (Golden Brown) के शिप खरीदना होगा।
  • आपके पास तालाब और जमीन होने की जरूरत है।

मोती की खेती का प्रशिक्षण केंद्र (Pearl Farming Training Center)

मोती की खेती करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है इसका प्रशिक्षण। बिना मोती के खेती के ज्ञान के आप मोती की खेती नहीं कर सकते। बिना ज्ञान के खेती करोगे तो नुकसान आपका ही होगा।


मोती की खेती का सरकारी प्रशिक्षण केंद्र ओडिसा राज्य में भुवनेश्वर में स्थापित है। उस प्रशिक्षण केंद्र का नाम CIFA(Central Institute Of Freshwater Aquaculture) ऐसा है। आप यहां जाकर मोती की खेती का प्रशिक्षण ले सकते है।


मोती की खेती करने के लिए सरकार के तरफ से मिलेगी 50 फीसदी सब्सिडी (Subsidy)

सरकार के तरफ से मोती की खेती करने के लिए 50 प्रतिशत की सब्सिडी प्रदान की जाएगी। 50 फीसदी सब्सिडी पाने के लिए अपने गांव के ग्राम ,प्रधान या सेक्रेटरी से संपर्क कर सकते है। उनको अपने बिजनेस के बारेमे बताकर सरकार के तरफ से 50 परसेंट की सब्सिडी पा सकते है।


मोती की खेती कैसे होती है (Process Of Pearl Farming Business)

  • मोती की खेती शुरू करने के लिए आपको एक अच्छा तालाब की आवश्यकता होगी। आप तालाब खुद भी बना सकते है।
  • उसके बाद आप जो शिप मछवारो से खरीदकर लायेंगे वो शिप जिंदा होनी चाहिए।
  • उसके बाद शिप को पानी में 2 दिन के लिए रखना होगा।
  • ऐसा करने से शिप को हवा और धूप लगती है। धूप और हवा से शिप का कवच और माशपेशिया ढीली हो जाती है।
  • उसके बाद मोती की सर्जरी करके उसमे सांचा डालना होगा।
  • इस प्रक्रिया से मोती को सांचा चुभता है और अंदर एक पदार्थ निकलता है और मोती बनने की प्रक्रिया चालू हो जाती है।
  • आप अपने हिसाब से जितना बड़ा तालाब है उतनी ज्यादा खेती कर सकते है।
  • मोती बनने को एक साल का समय लगता है। एक साल के बाद मोती शिप में तयार हो जाते है। एक शिप से 1 या 2 मोती निकलते है।

मोती की खेती करने के लिए निवेश (Investment)

मोती की खेती करने के लिए आपको कम से कम 50,000 रुपए निवेश करके शुरू कर सकते है। इसमें आपको सरकार के तरफ से 50 फीसदी तक सब्सिडी मिल जायेगी। तो आपको सिर्फ 25,000 रुपए इस बिजनेस को लगाने है और मोती की खेती शुरू कर देनी है। 


मोती की खेती में आपको मोती की खेती करने से लेकर मोती बनने तक एक मोती को बनाने की लागत 45 रुपए से 50 रुपए आएगी। इस बजट को ध्यान में रखकर आप अपना मोती की खेती करने का बिजनेस शुरू कर सकतें है।


मोती की खेती में मुनाफा कितना होगा (Profit Margin)

मोती की खेती लाखो रुपए कमा सकते है। मोती पूरी तरह तयार होने के लिए एक साल का समय लगता है। एक साल के बाद यह मार्केट में बेचने के लिए तयार हो जाता है। इस मोती के बिजनेस में एक मोती बनने के लिए आपको कम से कम 45 रुपए का खर्च आएगा।


अगर आप एक साल में 1000 शिप को खेती करते है और उसमे से 700 शिप जिंदा रहते है और 300 शिप मर जाते है। एक शिप में 2 मोती के हिसाब से 700 शिप में 1400 मोती निकलेंगे।


आप इन मोती को 200 रुपए के हिसाब से भी बेचते है तो आपको 1400 मोती के हिसाब से से 2 लाख 80 हजार का मुनाफा होगा। इसी तरह आप अगर एक साल में 5 से 10 हजार शिप पानी में डालकर मोती की खेती करते है तो आपको इससे और ज्यादा मुनाफा होगा।


मोती की मार्केटिंग कहा करे (Marketing Strategy)

मार्केटिंग करने के लिए आप बड़े बड़े शहर जैसे अहमदाबाद, मुंबई, लखनऊ, बैंगलोर में जाकर वहा हीरे के व्यापारी से संपर्क कर सकते है और उनको अपना मोती अच्छे दाम में बेच सकते है। मोती का सांचा भी उन हीरे के व्यापारी के हिसाब से बनाकर उनको दे सकते है। इस तरह से आपका सारा माल बिक जायेगा।


इन बातो का रखे ध्यान

  • मोती की खेती में सबसे ज्यादा ध्यान रखने की बात है मोती की खेती का प्रशिक्षण। बिना प्रशिक्षण के यह बिजनेस आप सफल नहीं कर सकते है।
  • शिप हमेशा Golden Brown कलर की ही ले। आपको यह सब प्रशिक्षण में बताए जाएंगे।
  • मोती की खेती के लिए पानी का टीडीएस 300 से 1000 ही होना चाहिए और pH लेवल 7 ही माना जाता है।
  • मोती की खेती सही ज्ञान और प्रशिक्षण लेकर ही करना होगा। ऐसेही किसके बातो में आकर इस बिजनेस को शुरू करने से बचे।

निष्कर्ष

आज हमने 25,000 रुपए के निवेश करके मोती की खेती कैसे शुरू करे और पैसे कैसे कमाए यह जाना है। आपको यह Pearl Farming Business Idea In Hindi कैसा लगा हमे कॉमेंट करके बता सकते है, धन्यवाद...


FAQ

Que: मोती कितने दिन में तयार होता है?

Ans: मोती को पूरी तरह तयार होने में एक साल का समय लगता है।

Que: मोती की खेती के लिए सबसे अनुकूल समय कोनसा है?

Ans: मोती की खेती के लिए सबसे अनुकूल समय अक्टूबर से दिसंबर का माना गया है।

Que: मोती की खेती करने के लिए ट्रेनिंग कितने दिन की होती है?

Ans: मोती की खेती करने के लिए 15 दिन की ट्रेनिंग लेना जरूरी होती है। ट्रेनिंग लेने के लिए ओडिसा में स्थित सरकारी प्रशिक्षण केंद्र CIFA में जा सकते है।

Que: सिप में मोती कैसे बनता है?

Ans: सिप में मोती बनाने के लिए उसमे सांचा डाला जाता है। यह सच सिप को चुभता है। इससे सिप में से एक तरह का पदार्थ निकलता है। वो पदार्थ उस सांचे पर फैलता है और मोती बनने की प्रक्रिया शुरू होती है।

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